ज़िन्दगी
वर्षा कोई घनघोर हो ।
ज़िन्दगी क तूफ़ान में-
तनिक न कमज़ोर हो ।
रोज़ आगे चला कर,
नित्य आगे बढ़ा कर ।
ज़िन्दगी की मुश्किलों से-
तनिक ना तू डरा कर ।
रात की वो ओस है तू,
आस का एक स्रोत है तू ।
ज़िन्दगी की राहों पर-
खुद में ही मदहोश है तू ।
आंधी में जलता दीप है तू,
मन में बजता गीत है तू ।
ज़िन्दगी के खेल में-
हर हार जीता वीर है तू ।
खुद को सुधा पीला कर,
बैरियों से मिला कर ।
बैरियों से मिला कर ।
ज़िन्दगी की आँधियों में-
तनिक ना तू हिला कर ।
चाहे की तारो में फेर हो,
या तू खुद ही ढेर हो ।
ज़िन्दगी के जंगलों में-
चल की जैसे शेर हो ।
Hard🤘🥳
ReplyDeletekaafi hard 😌😁
Deleteबेहद सुंदर 👌
ReplyDelete😁 IK it is!!! 😌
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